चेन्नई में यूपीएससी की मुख्य परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े गए आईपीएस अफसर सफीर करीम ने पुलिसिया पूछताछ के दौरान कई खुलासे किए हैं. उसने बताया कि परीक्षा के दौरान उसने हाइटेक तरीकों का इस्तेमाल करते हुए नकल की थी. इसमें उसकी पत्नी ने मदद की थी. नकल के लिए उसने गूगल ड्राइव, ब्लूटूथ और माइक्रो कैमरे का इस्तेमाल किया था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सफीर करीम ने बताया कि एग्मोर के सरकारी स्कूल में बने केंद्र पर परीक्षा दे रहा था. नकल करने के लिए उसने कान में एक छोटा ब्लूटूथ डिवाइस लगाया हुआ था. उसकी पत्नी हैदराबाद से मोबाइल फोन के जरिए उसे सवालों के जवाब भेज रही थी. उसने अपनी शर्ट में लगे बटन पर माइक्रो कैमरा लगाया हुआ था, जो गूगल ड्राइव से जुड़ा था.
हैदराबाद में बैठी उसकी पत्नी कैमरे द्वारा मिल रहे परीक्षा के पेपर की तस्वीरों को देखकर उसका जवाब दे रही थी, जो ब्लूटूथ के जरिए आईपीएस अफसर को सुनार्ई दे रहा था. जिस सवाल का जवाब उसे सुनाई नहीं दे रहा था, उसे पेंसिल से लिखकर स्कैन करके वह दोबारा पत्नी को भेज देता. फिर उसकी पत्नी उसे पढ़कर तेज आवाज में उसका जवाब दे देती थी.
प्रोफेसर कर रहा था बीवी की मदद
इस पूरी प्रक्रिया में आईपीएस की बीवी की मदद एक प्रोफेसर कर रहा था. हैदराबाद के अशोकनगर स्थित लॉ एक्सेलेंस आईएएस स्टडी सर्किल के निदेशक डॉ पी रामबाबा ने जॉयसी को सहयोग दिया था. जॉयसी ने अपने पति सफीर करीम को सवालों का जवाब भेजने के लिए दो कंप्यूटर, लैपटॉप, एक आईपैड सहित कई अन्य गैजेट्स का इस्तेमाल किया था.
मदद की आरोपी पत्नी भी गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, आईपीएस का नाम सफीर करीम है. वह प्रोबेशन पीरियड में तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के नांगुनेरी में तैनात था. वह केरल का रहने वाला है. आईएएस बनने का सपना संजोए हुए था. धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके साथ ही उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
वीडियो गेम से की UPSC तुलना
बताया जा रहा है कि करीम खुद का कोचिंग सेंटर भी चलाता है. वह अक्सर यूपीएससी जैसी कड़ी परीक्षा को वीडियो गेम जैसे आसान बताता है. 2015 में मलयालम डेली को दिए गए एक इंटरव्यू में करीम ने सिविल सेवा एग्जाम की तुलना वीडियो गेम के साथ की थी. अक्सर अपने लेक्चर में भी वह इस परीक्षा को आसान बताता था.
एक्टर सुरेश गोपी से मिली प्रेरणा
करीम ने बताया कि राज्यसभा में बीजेपी सदस्य और एक्टर सुरेश गोपी ने उन्हें आईपीएस बनने के लिए प्रेरित किया. बता दें कि गोपी मलयालम फिल्मों में पुलिस अधिकारी की भूमिका के लिए जाने जाते हैं. करीम 2014 बैच का आईपीएस अधिकारी है. उसकी पोस्टिंग नागजुनेरी में एएसपी के पद पर है. वह पहले इंजीनियरिंग भी कर चुका है.