यूपी के गोंडा की एक महिला ने एक लेखपाल पर रेप का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए एसडीएम को प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की है. पीड़िता ने कोतवाली में भी मामले की तहरीर दी है, लेकिन दो माह बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है. एसडीएम के संज्ञान में यह मामला आने के बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है.
पीड़िता का आरोप है कि बीते 14 अप्रैल को उसकी गेहूं की फसल में आग लग गई थी, जिसकी जांच करने हल्का लेखपाल गया था. उसने रिपोर्ट पर पति-पत्नी दोनों को अंगूठा लगाने के लिए अपने आवास पर बुलाया. वह और उसके पति सुबह 8 बजे लेखपाल के आवास पर पहुंच गए. उसने अपने निजी कार्यालय में दोनों को बैठाया.
उसके पति को सादा कागज लाने के लिए बाहर भेज दिया. पति के जाते ही लेखपाल कार्यालय का दरवाजा बंद करने लगा. महिला ने रोका तो रेप करने की नीयत से उसका हाथ पकड़ कर छेड़छाड़ किया. उसने विरोध करते हुए शोर मचाना चाहा तो उसका मुंह बंद करके दरवाजा खोल दिया. इसके बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी दी.
महिला ने घटना की तहरीर कोतवाली में दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. पीड़ित महिला का आरोप है कि स्थानीय पुलिस मामले को रफादफा करने में जुटी है. ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम अर्चना वर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है. इस मामले की जांच सीओ करनैलगंज को सौंपी गई है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.