अफगान तालिबान ने उत्तरी सर-ए-पुल प्रांत में 19 साल की एक युवती की कुछ दिनों पहले घरेलू विवाद के कारण घर छोड़कर जाने की वजह से सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी गई. इससे पहले पश्तूनकोट जिले में एक अजनबी से फोन पर बात करने को लेकर 22 साल की युवती गुलजान को उसके परिवार वालों ने मार डाला था.
खामा प्रेस के मुताबिक, अजदा के खिलाफ पहले 'डेजर्ट कोट' (तालिबानी अदालत) में सुनवाई चली. इसके बाद सोमवार को उसके भाई और तालिबान आतंकवादियों ने कोहिस्तान जिले में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. लड़की ने दो महीने पहले अपना घर छोड़ा था. किसी अन्य के घर चली गई थी. उसका भाई उसे भरोसा देकर वापस लाया था.
सरेआम हुई इस हत्या से देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा का साफ पता चलता है. अफगानिस्तान इंडिपेंडेंट ह्यूमन राइट्स कमीशन (एआईएचआरसी) की बीते साल जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के बीते साल पहले छह महीने में 2,579 मामले सामने आए थे. ऐसे मामले आज भी जारी हैं.