पठानकोट एयरबेस के पास पकड़ा गया कानपुर का युवक एक मानसिक रोगी निकला. उसे संदिग्ध आतंकी समझकर गिरफ्तार कर लिया गया था. उसके पास से कोई आपत्तिजनक वस्तु भी नहीं मिली है. कानपुर और पठानकोट पुलिस की सामूहिक जांच पड़ताल के बाद युवक पर केवल मामूली धारा लगाई गई है.
पठानकोट में पकड़े गये 23 वर्षीय युवक शाकिर के बारे में कानपुर पुलिस ने पूरी जांच पड़ताल की. जब सबकुछ सामान्य मिला तो पुलिस ने उसकी मां और भाई को उसे लेने के लिए पठानकोट रवाना कर दिया.
वे अपने साथ शाकिर का वोटर आईडी कार्ड और उसके मानसिक रोग से संबंधित इलाज के सारे पर्चे लेकर दिल्ली की तरफ रवाना हुए. जहां से वे लोग पठानकोट कैंट के डिवीजन 2 पुलिस स्टेशन जायेंगे, जहां शाकिर को पुलिस हिरासत में रखा गया है.
पठानकोट के डिवीजन 2 थाना इंचार्ज भारत भूषण ने बताया कि गुरूवार की सुबह एयरबेस के पास एक अज्ञात युवक को टहलते हुये देखा गया. पहले तो एयरफोर्स कर्मियों ने उसे पकड़कर पूछताछ की लेकिन जब वह कोई जवाब नहीं दे सका, तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.
पुलिस के पूछने पर उसने अपना घर कानपुर में बताया लेकिन वह घर का पता नहीं बता सका. वह बार बार कह रहा था कि उसे नेपाल जाना था. वह गलत ट्रेन में बैठ गया. तलाशी में उसके पास से कुछ संदिग्ध नहीं मिला. तब पठानकोट पुलिस ने कानपुर पुलिस से संपर्क किया और शाकिर के बारे में पूछताछ की.
कानपुर पुलिस को शाकिर अली के घर की जानकारी नहीं थी. इसलिए कानपुर पुलिस ने शाकिर से फोन पर उसके घर और मोहल्ले की स्थिति की जानकारी ली. कानपुर के एसएसपी शलभ माथुर को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने परेड पुलिस चौकी के इंचार्ज आदया प्रसाद वर्मा को इस मामले की जांच सौंपी थी.