मदर तक तो बात ठीक थी. यहां तक कि उसके मदर इंडिया बनने पर भी कानून को कोई एतराज नहीं था, मगर जब वो अपने आठ-आठ बच्चों को कानून की जगह कानून के दुश्मनों की किताब पढ़ा कर खुद गॉड मदर बन गई तब कानून की नजरें टेढ़ी हुईं. इसके बाद ताजिरात-ए-हिंद की सारी दफाएं जब एक-एक कर वो तोड़ने लगी तो उसके आगे बाकी छटे हुए बदमाश भी बौने होते चले गए. ये कहानी एक ऐसी मम्मी या यूं कहें कि गॉड मदर की है जिसने दिल्ली पुलिस को लंबे वक्त तक छकाए रखा. और अब कहीं जाकर वो पुलिस के हाथ लगी है. यकीनन ये दिल्ली की ये मोस्ट वॉटेंड मम्मी थी.