6 दिन और करीब 150 घंटे से ज्यादा के बाद किसी मुजरिम को लेकर हाल के वक्त की सबसे बड़ी तलाश आखिरकार खत्म हुई. कानपुर के बिकरू गांव से शुरू हुई कहानी का क्लाइमेक्स उज्जैन में महाकाल के मंदिर के बाहर हुआ. महाकाल मंदिर के अंदर और बाहर गुरूवार सुबह करीब 40 मिनट तक जो कुछ हुआ उसे अजब गिरफ्तारी कहिए या ग़ज़ब सरेंडर, दोनों ही सही होगा. तो देखें सरेंडर की शक्ल में गिरफ्तारी की पूरी कहानी.