भारत ने LRAShM नाम की हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण कर लिया है. यह 1500 km से ज्यादा रेंज वाली मिसाइल है, जो 11113 km/hr की स्पीड से उड़ान भरती है. भारत ब्रह्मोस-2 पर भी काम कर रहा है. यह भी 6000 km/hr से ज्यादा स्पीड से उड़ान भरेगी. इसकी संभावित रेंज 600 km होगी.
रूस की जिरकॉन (Zircon) एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. यह 9800 से 11 हजार km/hr की स्पीड से 1000 किलोमीटर की रेंज तक जाती है. रूस ने इस मिसाइल का इस्तेमाल यूक्रेन से चल रहे युद्ध में एक-दो बार किया है. इसे ट्रैक करना या इंटरसेप्ट करना बेहद मुश्किल है. इसलिए इससे काफी नुकसान भी होता है.
रूस की ही दूसरी हाइपरसोनिक एयर-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल है किंझल (Kinzhal). इसकी रेंज 2000 किलोमीटर है. यह 12,350 km/hr की स्पीड से हमला करती है. यूक्रेन पर इससे कई बार हमला किया गया है. इसे रोक पाना दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम के बस में नहीं है. कई प्रयास विफल भी हुए हैं.
अमेरिका की AGM-183A ARRW यानी एयर लॉन्च्ड रैपिड रेसपॉन्स वेपन. यह हवा से लॉन्च होने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल है. यह करीब 24,500 km/hr की गति से उड़ान भरती है. इसकी रेंज 1600 किलोमीटर है. अमेरिका ने इसे हाई-वैल्यू टारगेट पर हमला करने के लिए बनाया है.
रूस की Avangard एक हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल है. यह 24,500 km/hr की स्पीड से 6000 km की रेंज तक जा सकती है. इसे रूस अपने इंटरकॉन्टीनेंट बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के ऊपर लगाता है. यह उड़ान के दौरान के कई तरह से अपना फ्लाइट रूट बदल सकती है. इंटरसेप्ट करना नामुमकिन है. किसी भी तरह की न्यूक्लियर या पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम.
रूस की RS-28 Sarmat यानी Satan-2 है तो बैलिस्टिक मिसाइल लेकिन इसकी गति इसे हाइपरसोनिक मिसाइल बना देती है. यह मिसाइल 24,500 km/hr की स्पीड से चलती है. इसकी रेंज 18 हजार किलोमीटर है. इसमें कई परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं. यह दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को फेल कर सकती है. दुनिया के किसी भी कोने में टारगेट करने की ताकत है इस मिसाइल के पास.
उत्तर कोरिया की Hwasong-15 दुनिया की सबसे ताकतवर इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों में से एक है. इसकी गति 27 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा है. इसकी रेंज 13 हजार किलोमीटर है. थ्योरी के मुताबिक यह मिसाइल अमेरिका के किसी भी शहर को निशाना बना सकती है. लेकिन पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते.
अमेरिका का मिनटमैन-3 (Minuteman III) भी इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है. यह 28300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरती है. इसकी रेंज 13 हजार किलोमीटर है. यह अमेरिका सेना में 1970 से तैनात है. इसमें परमाणु हथियार या पारंपरिक हथियार लगाकर दाग सकते हैं.
अमेरिका की UGM-133 Trident II एक पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी अधिकतम गति 29,400 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इसकी रेंज 12 हजार किलोमीटर है. यह अमेरिका के ओहायो-क्लास और इंग्लैंड के वैनगार्ड क्लास सबमरीन में तैनात की गई है. इसमें MIRV हथियार लगाते हैं. यह मिसाइल सेकेंड स्ट्राइक कैपेबिलिटी की ताकत रखती है.
चीन की DF-41 सबसे आधुनिक और तेज ICBM है. यानी यह है तो बैलिस्टिक मिसाइल लेकिन गति इसे हाइपरसोनिक बनाती है. इसकी अधिकतम गति 30,625 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इसकी रेंज 15 हजार किलोमीटर है. इसमें MIRV यानी मल्टीपल इंडेपेंडेटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल यानी हथियार लगा सकते हैं. यानी यह एक मिसाइल एक ही महाद्वीप पर एक साथ कई टारगेट पर हमला कर सकता है.