नाइजीरिया हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से चार लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर प्रचंड खरीदने जा रहा है. इसके लिए वह सॉफ्ट क्रेडिट अरेंजमेंट कर रहा है. नाइजीरियाई सेना के अफसर ध्रुव हेलिकॉप्टर उड़ाने की प्रैक्टिस कर चुके हैं. प्रचंड इसी हेलिकॉप्टर पर बना है.
यह ट्रेनिंग प्रचंड की उड़ान के लिए जरूरी था. नाइजीरियाई अधिकारियों और HAL के बीच बातचीत जल्दी ही पूरी हो जाएगी. आइए जानते हैं इस हेलिकॉप्टर की ताकत, क्षमता और हथियार.
भारत में फिलहाल जोधपुर एयरबेस पर स्वदेशी हल्के हमलावर हेलिकॉप्टरों की तैनाती है. इन हेलिकॉप्टरों की तैनाती से सीमा पर आसान हो जाएगी. आतंकी गतिविधियों पर विराम लगेगा.
वायु सेना का प्लान है कि वो अभी 95 हल्के हमलावर हेलिकॉप्टर और खरीदेगी. इन्हें सात यूनिटों में सात पहाड़ी बेस पर तैनात किया जाएगा. प्रचंड में दो लोग बैठ सकते हैं.
51.10 फीट लंबे हेलिकॉप्टर की ऊंचाई 15.5 फीट है. इसका वजन 5800 किलोग्राम है. यह 268 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. कॉम्बैट रेंज 550 किलोमीटर है.
यह एक बार में लगातार सवा तीन घंटे उड़ सकता है. इस हेलिकॉप्टर को ध्रुव हेलिकॉप्टरों से विकसित किया गया है. इस हेलिकॉप्टर की जरुरत 1999 में करगिल युद्ध के दौरान महसूस हुई थी.
प्रचंड पर एक 20 mm की M621 कैनन या फिर नेक्स्टर टीएचएल-20 टरेट गन लगा सकते हैं. चार हार्डप्वाइंट्स में रॉकेट, मिसाइल या बम फिट किए जा सकते हैं.
इस हेलिकॉप्टर में लगे अत्याधुनिक एवियोनिक्स सिस्टम से दुश्मन न तो छिप सकता है, न ही इसपर हमला कर सकता है. क्योंकि ये सिस्टम इस हेलिकॉप्टर को मिसाइल का टारगेट बनते ही सूचना दे देते हैं.
इसके अलावा राडार एंड लेजर वॉर्निंग सिस्टम लगा है. साथ ही शैफ और फ्लेयर डिस्पेंसर भी हैं, ताकि दुश्मन के मिसाइल और रॉकेटों को हवा में ध्वस्त किया जा सके.