रूस ने 1 दिसंबर 2024 को सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे वाले अलेप्पो, हामा, इदलिब में एयरस्ट्राइक किया. इंग्लैंड में मौजूद सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) ने दावा किया है कि पिछले पांच दिनों में करीब 500 लोग मारे जा चुके हैं. अलेप्पो में एक हॉस्पिटल पर स्ट्राइक होने की वजह से 12 लोग वहीं मारे गए. (फोटोः एपी)
इदलिब में आठ लोग मारे गए हैं. जबकि 50 से ज्यादा जख्मी हैं. रूसी फाइटर जेट्स के हमले में इदलिब और हामा के ग्रामीण इलाकों में काफी तबाही मचाई है. हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के विद्रोही इन जगहों पर कब्जा जमा चुके हैं. उन्हें हटाने के लिए रूस सीरियाई सरकार के साथ मिलकर एयरस्ट्राइक कर रहा है. (फोटोः एपी)
सीरियाई सरकार का अलेप्पो पर सिविल वॉर शुरू होने के बाद पहली बार नियंत्रण हटा है. HTS के विद्रोहियों ने इस बार हैरतअंगेज तरीके से हमला किया. सीरियाई फौजियों को मौका ही नहीं मिला कि वो इनका सामना कर सकें. कई जगहों से सीरिया फौजी पीछे हट चुके हैं. हमला आतंकी संगठन HTS ने किया है. (फोटोः रॉयटर्स)
कहा जाता है कि इस समूह के पीछे तुर्की का हाथ है. जबकि तुर्की इस बात से मना करता है. पांच दिन में अब तक करीब 500 लोग मारे गे हैं. जिनमें 20 से ज्यादा आम नागरिक हैं. साल 2016 के बाद अलेप्पो पर रूसी एयरस्ट्राइक हुआ है. यह सीरिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. (फोटोः एपी)
सीरिया में बशर अल-असद की सरकार बनाए रखने में रूस की सेना का महत्वपूर्ण योगदान है. SOHR के मुताबिक इदलिब में मौजूद रेफ्यूजी कैंप पर भी पांच रूसी एयरस्ट्राइक हुए हैं. यहां पर HTS के आतंकियों ने पनाह ले रखी थी. इसके अलावा अलेप्पो यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में भी चार स्ट्राइक हुए, जिसमें 12 लोग मारे गए. आठ सिविलयन थे. (फोटोः रॉयटर्स)
अलेप्पो के अधिकतम इलाकों पर विद्रोहियों का कब्जा हो चुका है. सीरियाई फौज पीछे हटी है ताकि वह काउंटरअटैक की तैयारी कर सके. इसके बाद विद्रोहियों ने चौथे बड़े शहर हामा की ओर भी अपना हमला शुरू कर दिया है. सीरियाई फौज का कहना है कि उन्होंने शहर में ज्यादा सैनिक, रॉकेट लॉन्चर्स और भारी मिलिट्री हथियारों को तैनात कर दिया है. (फोटोः रॉयटर्स)
सीरियाई और रूसी फाइटर जेट्स लगातार विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं. लेकिन इसमें आम नागरिकों की भी जान जा रही है. ज्यादातर मरने वाले आम नागरिक ही हैं. सीरिया में मौजूद संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने कहा कि यहां पर आम लोगों की जान खतरे में है. (फोटोः रॉयटर्स)
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने कहा है कि वो हर हाल में सीरिया में संतुलन लाएंगे. विद्रोहियों से देश को मुक्त कराएंगे. आतंकियों को खत्म करेंगे. साथ ही उन्हें सपोर्ट कर रहे लोगों और देशों को भी करारा जवाब मिलेगा. सीरिया खुद और अपने साथियों के साथ मिलकर आतंकियों को खत्म कर देंगा. (फोटोः रॉयटर्स)
उधर, ईरान के एक सीनियर डिप्लोमैट ने कहा कि उनका देश तो सीरिया के साथ पहले से ही देता आ रहा है. सीरियाई सरकार और सेना को ईरान की पूरी मदद मिलेगी. सीरिया में सिविल वॉर 2011 में शुरू हुआ. तब से अब तक यहां पर 5 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. 2020 में सीजफायर हुआ था. (फोटोः रॉयटर्स)