scorecardresearch
 

टॉरपीडो की ताकत देखने के लिए चीन ने उड़ाया अपना युद्धपोत, देखिए Video

दुनिया को अपने एक हथियार की ताकत दिखाने के लिए चीन ने अपना ही युद्धपोत डुबा डाला. इसका वीडियो रिलीज किया. जिसमें एक जोरदार धमाके के साथ जहाज पानी से हवा में उड़ता दिखाई देता है. फिर डूब जाता है. चीन ने यह काम अपनी सबमरीन फोर्स के 70वें साल के मौके पर किया है.

Advertisement
X
ये उस वीडियो का फुटेज जिसमें टॉरपीडो चीन के युद्धपोत से टकराता है. विस्फोट के बाद जहाज डूब जाता है.
ये उस वीडियो का फुटेज जिसमें टॉरपीडो चीन के युद्धपोत से टकराता है. विस्फोट के बाद जहाज डूब जाता है.

चीन ने हाल ही में एक युद्धाभ्यास किया. नाम है सिनकेक्स (SINKEX). जिसका पूरा नाम है सिंकिंग एक्सरसाइज. यानी डुबोने का मिलिट्री ड्रिल. इसमें चीन की नौसेना अलग-अलग तरह के टॉरपीडो और हथियारों का इस्तेमाल करके जहाजों को समंदर में डुबोने की प्रैक्टिस करती है. ऐसे टेस्ट अक्सर कई देश करते हैं. 

Advertisement

चीन ने अपने सबमरीन टॉरपीडो की ताकत चेक करने के लिए अपने ही एक जंगी जहाज की बलि चढ़ा दी. यह एक टाइप 074 युहाई क्लास एंफिबियस लैंडिंग शिप था. इसके बाद चीन की नौसेना ने इसका वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर डाला. यह वीडियो देखने में ही काफी ज्यादा भयानक दिख रहा है. 

यह भी पढ़ें: फिलिपींस को चीन से बचाएगा भारत का ब्रह्मास्त्र, आइलैंड देश ने बनाया ब्रह्मोस मिसाइल बेस

यहां देखिए जंगी जहाज उड़ाने का Video

समंदर में एक चीनी जहाज खड़ा है. अचानक से एक तेज धमाका होता है. पानी की तेज फुहार आसमान की तरफ उड़ती है. यानी वेक होमिंग हैवी टॉरपीडो ने जहाज को पीछे से हिट किया. पानी के अंदर होने वाले विस्फोट से जहाज तेजी से ऊपर उठता है. इससे जहाज का कील टूट जाता है. 

Advertisement

90 के दशक में बना था युद्धपोत, अब हो रहा था रिटायर

टाइप 074 यूहाई क्लास एंफिबियस लैंडिंग शिप चीन का पुराना युद्धपोत है. इसे 1990 के दशक में बनाया गया था. चीन ने ऐसे कुल मिलाकर 15 जहाज बनाए थे. 191 फीट लंबे इस जहाज से दो टैंक या 350 सैनिकों को तट पर पहुंचाया जा सकता है. इन जहाजों की उम्र पूरी हो चुकी है. इसलिए चीन की सेना ने इस पर टॉरपीडो दागकर प्रैक्टिस की. 

यह भी पढ़ें: आग के गोले, जलते हुए तीर और विस्फोटक कॉकटेल्स ... प्राचीन हथियार क्यों दाग रहे हैं इजरायली सैनिक, देखिए Video

टारगेट के हिसाब से चीन का यह युद्धपोत बेहद इंट्रेस्टिंग था. क्योंकि यह आकार और मिशन के हिसाब से परफेक्ट टारगेट था. इसपर निशाना लगाकर चीन ने अपनी पनडुब्बी की हंटिंग और किलिंग मिशन को पूरा किया है. यह युद्धपोत डीजल-इलेक्ट्रिक टाइप है. दुनिया में ज्यादातर देशों के पास ऐसे ही युद्धपोत हैं. 

वेक होमिंग टॉरपीडो से सभी नौसेनाओं को है खतरा

पूरी दुनिया के युद्धपोतों को वेक होमिंग हैवी टॉरपीडो से खतरा है. ये गाइडेड होती हैं. ये पानी में नीचे से आकर तेजी से पोत के बेस पर अटैक करती हैं. जिससे जहाज ऊपर की ओर उठता है. या तो वह टक्कर के बाद होने वाले विस्फोट से दो टुकड़े में बंट जाता है, या फिर ऊपर से पानी में गिरने पर टूट जाता है. यानी डूबना तय है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: भारतीय सेना के लिए खरीदे जाएंगे 5000 Vajra... चीन-PAK का वार बेकार करेगा स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम

वेक होमिंग टॉरपीडो चाहे 53 सेंटीमीटर व्यास की हो, या 65 सेंटीमीटर की. दोनों का हमला खतरनाक होता है. इनका इस्तेमाल इसी तरह के टारगेट को डूबोने के लिए किया जाता है. रूस के पास 65-76ए नाम के बड़े और लंबी दूरी के टॉरपीडो हैं. ये जहाज का पीछा करके उसे पूरी तरह से खत्म कर देते हैं. इनकी स्पीड 92.6 km/hr होती है. इनकी गति से कोई भी युद्धपोत या पनडुब्बी बच नहीं पाती. 

Live TV

Advertisement
Advertisement