China ने बिना दुनिया को बताए पिछले पांच साल में अपने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा लिया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (PLARF) ने परमाणु हथियारों और उनके अलग-अलग प्रकार खड़े कर लिए हैं. पिछले महीने परमाणु वैज्ञानिको ने इसके बारे में न्यूक्लियर नोटबुक में डिटेल में बुलेटिन पब्लिश किया था.
इस चैप्टर का नाम है चाइनीज न्यूक्लियर वेपंस 2024. इसे लिखा है हांस एम. क्रिस्टेस्न, मैट कोर्डा, इलियाना जोन्स और मैकेंजी नाइट. इन परमाणु हथियार विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन लगातार अपने एटॉमिक हथियारों का स्टॉक बढ़ा रहा है. दुनिया के 9 सबसे ताकतवर परमाणु हथियार संपन्न देशों में चीन सबसे तेजी से अपने एटॉमिक हथियार बढ़ा रहा है.
यह भी पढ़ें: दुश्मन के राडार पर नहीं दिखेंगे China के फाइटर जेट, वैज्ञानिकों ने बनाया ऐसा डिवाइस
चीन ने हाल ही में सॉलिड फ्यूल इंटरकॉन्टीनेंटचल बैलिस्टिक मिसाइलों (ICBM) के लिए तीन साइलो बनाए हैं. साइलो जमीन के अंदर ट्यूब जैसी गहरी आकृति होती है, जिसमें हथियारों से लैस मिसाइल तैनात रहती है. इसके अलावा चीन ने लिक्विड फ्यूल से चलने वाली DF-15 ICBM के लिए नए साइलो बनवाए हैं.
नई बैलिस्टिक मिसाइलें हो रही हैं तैयार
इतना ही नहीं चीन ICBM के नए वैरिएंट्स बना रहा है. एडवांस्ड स्ट्रैटेजिक डिलिवरी सिस्टम बना रहा है. साथ ही चीन इन मिसाइलों के ऊपर लगाने के लिए न्यूक्लियर वॉरहेड भी बना रहा है. उनकी संख्या तेजी से बढ़ा रहा है. इसके अलावा चीन ने इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) ड्यूल कैपेबल DF-26 मिसाइल प्रोग्राम को भी बढ़ा दिया है. इस मिसाइल का इस्तेमाल मीडियम रेंज वाली डीएफ-21 परमाणु मिसाइल की जगह किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: China Weather: चीन में पारा अचानक 45 डिग्री गिरा... नदियां जमी, सैकड़ों जलपक्षियों की मौत... Video
नौसेना के पास भी घातक परमाणु मिसाइलें
जो लोग परमाणु हथियार कम करने की अपील पूरी दुनिया से करते हैं, उनके लिए चीन से आई यह खबर ठीक नहीं है. चीन के पास जमीन पर चलने वाले ट्रक लॉन्चर और साइलो लॉन्चर के अलावा नौसेना के पास भी परमाणु मिसाइलें हैं. PLA नौसेना की पनडुब्बियों में सबमरीन लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) JL-3 है.
हवा से बमवर्षक गिरा सकते हैं एटम बम
इसके अलावा टाइप-094 जैसी छह न्यूक्लियर पावर्ड बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन हैं. हवा की बात करे तो चीन की वायुसेना के पास H-5 बमवर्षक है. यह किसी भी समय परमाणु मिशन पर भेजने के लिए तैयार रहता है. इसके अलावा हवा से लॉन्च होने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों की भी तैयारी है. इन मिसाइलों को चीन के H-20 बमवर्षकों में लगाया जाएगा. इन बमवर्षकों को जल्द ही तैनात किया जाएगा.
यह भी पढ़ें: भारत ने रूस के एक्सपायर्ड मिसाइल को बना दिया 'महाहथियार', जानिए SAMAR मिसाइल की ताकत... Video
चीन ने इस खबर की न पुष्टि की, न ही इंकार
चीन के मिलिट्री प्रवक्ता ने इस खबर पर न तो पुष्टि दी. न ही इंकार किया. कार्नेगी एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में स्टैंटन सीनियर फेलो अंकित पांडा ने कहा कि कोई भी अपना परमाणु हथियार बढ़ा नहीं सकता. शी जिनपिंग अपनी मिलिट्री को सबसे ताकतवर बनाना चाहते हैं. लेकिन उनके ऊपर भी अंतरराष्ट्रीय बाध्यता है.
किस तरह के कितने परमाणु हथियार हैं चीन के पास
माना जाता है कि चीन के पास 500 परमाणु हथियार हैं. यह गणना पेंटागन के हिसाब से हैं. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का मानना है कि यह साल 2030 तक बढ़कर 1000 और 2035 तक बढ़कर 1500 हो जाएगा. इनमें से ज्यादातर हथियारों को उच्च स्तर के रणनीतिक स्थानों पर तैनात रखा गया है. किसी भी समय दागने के लिए तैयार हैं.
IRBM - DF-26
ICBM - DF-5A, DF-5B, DF-31A, DF-31AG और DF-41
SLBM - JL-3
H-6K बमवर्षक से गिराए जाने वाले Gravity Bomb.
H-6N बमवर्षक से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल.