10 महीने बाद इजरायल ने यमन पर खतरनाक एयर स्ट्राइक किया है. ये एक्शन तब लिया गया जब यमन के हूती विद्रोहियों ने लगातार इजरायल के अलग-अलग स्थानों पर ड्रोन अटैक किया. तब इजरायल ने परेशान होकर हूती विद्रोहियों द्वारा चलाए जा रहे अल-हुदयदाह पोर्ट पर एयर स्ट्राइक किया. पूरा पोर्ट बर्बाद कर दिया.
यहां नीचे देखिए एयरस्ट्राइक का वीडियो
इजरायल ने हमला F-15 फाइटर जेट्स से किया. क्योंकि पिछले 10 महीने से हूती विद्रोहियों ने 220 से ज्यादा क्रूज मिसाइलों और ड्रोन्स से इजरायली ठिकानों पर हमला किया. शुक्रवार को राजधानी तेल अवीव में हूती विद्रोहियों के हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत हो गई. इसके बाद इजरायल ने एक्शन लिया.
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अल-हुदयदाह पोर्ट पर मौजूद फ्यूल डिपो पर बमबारी कर दी. ऐसा विस्फोट हुआ कि आसमान तक आग का गुबार गया. ये हमला ईरान को चेतावनी देने के लिए था. इजरायल से हुदयदाह की दूरी 2000 किलोमीटर है. जबकि इजरायल से तेहरान की दूरी मात्र 1600 किलोमीटर. इजरायल ने इस हमले ईरान को चेतावनी भी दे दी.
लगातार ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे थे हूती
इस हमले से पहले हूती विद्रोहियों ने तेल-अवीव में मौजूद अमेरिकी कॉन्सुलेट के पास समद-3 ड्रोन से हमला किया. बड़ा विस्फोट हुआ. इसकी वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई. 10 लोग घायल हो गए. समद ड्रोन्स के कई वैरिएंट्स हैं. जैसे- समद-1, समद-2 और समद-3. ये लंबी दूरी के मानवरहित आत्मघाती ड्रोन्स हैं.
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ड्रोन को देसी जुगाड़ से बना दिया लंबी रेंज का हथियार
समद-3 की रेंज को एक्स्ट्रा फ्यूल टैंक की बदौलत बढ़ाया गया है. इसकी रेंज 1800 किलोमीटर है. यह बेहद सस्ता, छोटा, धीमा और कम ताकत वाला ड्रोन माना जाता है. लेकिन अपने टारगेट पर बेहद सटीक हमला करता है. तेल अवीव पर हमले के बाद इजरायल ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम के फेल होने की भी जांच की है.
इजरायल से जुड़े जहाजों पर कर रहे थे हमले
हूती विद्रोही लगातार लाल सागर और अदन की खाड़ी में व्यापारिक जहाजों को लगातार अपनी मिसाइलों और ड्रोन्स से निशाना बना रहे हैं. खासतौर से उन जहाजों को जिनका संबंध किसी भी तरह से इजरायल से हो. इन हमलों की वजह से जहाजों को लंबा रास्ता अख्तियार करना पड़ा रहा है. जिससे यातायात की लागत बढ़ रही है.