Israel Iran Conflict Live Updates: ईरान की ओर से इजरायल पर करीब 180 मिसाइलें दागी गई हैं. इससे तनाव काफी बढ़ गया है. लेकिन इजरायल की सेना ने लेबनान में अपने ऑपरेशन को और तेज कर दिया है. पिछले 12 घंटे में इजरायल ने छठीं बार लेबनान पर एयरस्ट्राइक की है. जमीनी हमले के लिए और सैनिकों को कूच करने का आदेश दिया गया है. उधर, लेबनान ने भी इजरायल पर 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं. इजरायल पर इरानी हमले से जुड़े अपडेट aajtak.in पर पढ़ें.
इजरायल की सेना ने बताया कि लेबनान से आज इजरायल पर 240 रॉकेट दागी गई. यह हमले उत्तरी इजरायल में किए गए हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमले करने में इजरायल का साथ नहीं देगा. बेंजामिन नेतन्याहू लगातार बैलिस्टिक मिसाइल हमले के लिए ईरान को कीमत चुकाने की चेतावनी दे रहा है, जब बाइडेन का यह बयान सामने आया है. इस बीच बैठक में बाइडेन ने भी अपनी बात रखी और ईरान पर नए प्रतिबंध लागू करने जैसी टिप्पणियां कीं.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमले करने में इजरायल का साथ नहीं देगा. बेंजामिन नेतन्याहू लगातार बैलिस्टिक मिसाइल हमले के लिए ईरान को कीमत चुकाने की चेतावनी दे रहा है, जब बाइडेन का यह बयान सामने आया है.
इजरायल के एक सैन्य प्रमुख ने कहा, "हमारे पास मध्य पूर्व में किसी भी जगह पर पहुंचने और हमला करने की क्षमता है, और हमारे दुश्मन जो अब तक इसे नहीं समझ पाए हैं, वे जल्द ही इसे समझ जाएंगे."
उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि अपहृत लोगों के बिना हॉलिडे पूरी नहीं होती. हमें उन्हें वापस लाने के लिए सब कुछ जारी रखना चाहिए और उन्हें वापस लाने के लिए सब कुछ करना चाहिए."
तीन ईरानी सूत्रों ने बताया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इजरायली हमले में मारे जाने से कुछ दिन पहले हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को लेबनान से भाग जाने की चेतावनी दी थी. सूत्रों ने बताया कि सुप्रीम लीडर तेहरान में वरिष्ठ सरकारी पदों पर इजरायली घुसपैठ को लेकर बहुत चिंतित हैं.
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासन में सीआईए के डायरेक्टर रहे माइक पोंपियो ने बड़ा आरोप लगाया और कहा, "ईरान अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को जारी रख सकता है, इसका एक कारण यह है कि राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति हैरिस ने (ईरानी) शासन पर लगे प्रतिबंधों को हटा दिया है."
ईरान-इजरायल में तनाव के बीच इटली ने जी-7 देशों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी हिस्सा लेंगे.
आईडीएफ होम फ्रंट कमांड ने उत्तरी इजरायल में कुछ प्रतिबंधों में ढील दी है. नई गाइडलाइन्स के तहत उत्तर की सीमावर्ती बस्तियों, गोलन हाइट्स और गलील में अब बाहर 50 और अंदर 250 लोगों तक इकट्ठा हो सकते हैं. हाइफा बे, जैजरेल वैली, कार्मल और वाडी अरा में बाहर 60 लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति होगी. अन्य क्षेत्रों में प्रतिबंध पहले की तरह लागू रहेंगे.
आईडीएफ का कहना है कि उसने कुछ वक्त पहले सेंट्रल गाजा पट्टी में एक पूर्व स्कूल से चल रहे हमास के एक गुट के खिलाफ एयर स्ट्राइक की थी.
सेना के अनुसार, हमास नुसिरत में स्कूल का इस्तेमाल आईडीएफ सैनिकों और इजराइल के खिलाफ हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए कर रहा था.
जर्मनी ने एक बैठक के बाद अपने नागरिकों को ईरान छोड़ने का अह्वान किया है.
ईरान के सशस्त्र बलों के संयुक्त प्रमुख, जनरल मोहम्मद बाघेरी ने कहा कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स अगर इजरायल अपने क्षेत्र पर हमला करता है तो "बड़ी तीव्रता" के साथ जवाब देने को तैयार है. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका और यूरोप ने इजरायल को नियंत्रित नहीं किया और उसने हमारी संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ कदम उठाए, तो ईरान और भयंकर हमले करेगा.
इजरायल के उप प्रवक्ता एलेक्स गैंडलर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव पर आरोप लगाया कि उन्होंने ईरान, हिज्बुल्लाह और हमास के खिलाफ संघर्ष में कोई ठोस भूमिका नहीं निभाई, बल्कि कई बार उनके पक्ष में खड़े हुए. गैंडलर ने महासचिव पर ईरान के हमलों की निंदा नहीं करने का भी आरोप लगाया है. इजरायली विदेश मंत्री ने आज ही उनपर प्रतिबंध लगाए जाने का भी ऐलान किया है.
ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव के बीच इटली ने जी-7 देशों की मीटिंग बुलाई है. यह इमरजेंसी बैठक इटली पीएण जॉर्जियो मेलोनी ने बुलाई है. युद्ध का असर सीधे तौर पर अन्य देशों पर भी पड़ता है. जी-7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका शामिल है.
मेलोनी के कार्यालय ने कहा कि पीएम ने अपने मंत्रिमंडल को बताया कि इजरायल के खिलाफ ईरान के मिसाइल हमले और लेबनान में बढ़ती अस्थिरता सहित नए घटनाक्रमों को लेकर “गहरी चिंता” है.
जॉर्डन सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि वे अपने देश को युद्धक्षेत्र नहीं बनने देंगे. सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद मोमानी ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा, "जॉर्डन और जॉर्डनवासियों की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है." यह बयान ईरान द्वारा इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के बाद आया है. ईरान ने यह कदम गाजा और लेबनान में हताहत हुए लोगों और हमास, हिज़्बुल्लाह और IRGC के टॉप नेताओं की हत्या के जवाब में उठाया था.
ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल में खुफिया एजेंसियों की मीटिंग चल रही है. माना जा रहा है कि इजरायल हमले का जवाब देगा. मिली जानकारी के मुताबिक, इजरायल के सेना प्रमुख, खुफिया एजेंसी शिन बेट-मोसाद के प्रमुख मीटिंग में शामिल हैं.
स्वीडन के स्टॉकहोम में मंगलवार शाम को इजरायली दूतावास के पास एक गोलीबारी की घटना सामने आई है. स्वीडिश पुलिस के मताबिक, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है और उन्होंने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
ईरानी खुफिया मंत्रालय ने इजरायल के मोस्ट वांटेड की लिस्ट जारी की है. खुफिया एजेंसी द्वारा हिब्रू में जारी की गई धमकी में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और उनके अन्य डिफेंस मामलों के प्रमुख अधिकारियों का खात्मा कर देंगे. लिस्ट में तस्वीर के साथ टॉप तीन में नेतन्याहू का नाम है और उसके बाद रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सेना प्रमुख हर्ज़ी हलेवी का नाम है.
ईरान ने बीते दिन इजरायल पर दर्जनों मिसाइलें दागी थीं. इनमें कुछ मिसाइलें देश के केंद्र में इस्फहान और उत्तर-पश्चिम में जंजन शहर के पास गिरा. विपक्षी दलों ने कहा कि मिसाइल ईरानी शहर में ही गिरे हैं.
लेबनान के हिज्बुल्लाह का कहना है कि उसके लड़ाके सीमावर्ती शहर मारून एल रास में इजरायली सेनाओं के साथ आमने-सामने की लड़ाई लड़ रही है. वहीं इजरायली सेना का कहना है कि नॉर्दर्न इलाके के साफेद में रॉकेट साइरन ऑफ कर दिया गया है. (एजेंसी)
मिडिल ईस्ट में तनाव इस समय चरम पर है. लेबनान के साथ सटी इजरायल की सीमा पर हिज्बुल्लाह के लड़ाकों के साथ झड़प में इजरायल के दो सैनिकों की मौत हो गई है जबकि 18 घायल हो गए हैं.
ईरान के हमले के बाद इजरायल ने लेबनान पर हमले तेज कर दिए हैं. पिछले 12 घंटे में इजरायल ने बेरूत पर छठी बार हमला किया है. वहीं, इजरायल ने जमीनी हमले के लिए और सैनिकों को लेबनान कूच करने का आदेश दिया है. दर्जनों गांव को खाली कराने का दावा किया जा रहा है.
ईरान ने चेतावनी के बावजूद मंगलवार रात को इजरायल पर 181 मिसाइलें दागीं. इस हमले में बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन इस बीच लेबनान ने बुधवार सुबह उत्तरी इजरायल पर लगभग 100 रॉकेट दागे हैं. अभी तक इस हमले में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं आई है.
डेनमार्क के कोपेनहेगन में इजरायली दूतावास के बाहर दो धमाके हुए हैं. इन धमाकों की आवाज सुनने के बाद डेनमार्क पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
इजरायल और हमास की जंग और अब हिज्बुल्लाह के खिलाफ इजरायल की आक्रामकता के बाद मिडिल ईस्ट में तनाव अपने चरम पर है. ईरान ने इजरायल पर हमले कर इस स्थिति को और विकराल कर दिया है. ऐसे में ईरान और इजरायल के बीच स्थित जॉर्डन ने साफ कर दिया है कि वह किसी के लिए भी युद्ध का मैदान नहीं बनेगा. जॉर्डन सरकार के संचार मंत्री मोहम्मद अल मोमानी ने कहा कि जॉर्डन की स्थिति हमेशा से ऐसी रही है कि वह किसी के लिए भी मोहरा या युद्ध के मैदान के तौर पर नहीं रहा. जॉर्डन के लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोपरि जिम्मेदारी है.
इजरायल पर हमले के लिए ईरान ने जिन मिसाइलों का इस्तेमाल किया है. उन्हें ईरान के अब तक के सबसे आधुनिक हथियार बताया जा रहा है. इजरायल पर दागी गई मिसाइलों में Fattah मिसाइलें भी थीं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान ने पहली बार इन मिसाइलों का इस्तेमाल किया है. आईआरजीसी का भी कहना है कि उन्होंने इजरायल के खिलाफ Fattah मिसाइलों का इस्तेमाल किया है.
ईरान ने मंगलवार आधीरात को जब इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले किए तो इस दौरान कई मिसाइलों के कुछ हिस्से ईरान और इजरायल के बीच जॉर्डन में गिरे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना में तीन लोग घायल हो गए.
ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने बयान जारी कर बताया कि उन्होंने मंगलवार आधी रात को इजरायल पर जितनी भी मिसाइलें दागी हैं, उनमें से 90 फीसदी मिसाइलें टारगेट पर पहुंची हैं. ईरान सरकार के इंटेलिजेंस से इजरायली सरकार खौफजदा है.
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी और कहा कि ईरान युद्धप्रिय नहीं है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वैध अधिकारों के आधार पर और ईरान शांति और सुरक्षा के उद्देश्य से नेतन्याहू शासन की आक्रामकता का निर्णायक जवाब दिया गया है. यह कार्रवाई ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए थी. उन्होंने कहा कि नेतन्याहू को बता दें कि ईरान युद्धप्रिय नहीं है, बल्कि वह किसी भी खतरे के खिलाफ मजबूती से खड़ा है. यह हमारी शक्ति का केवल एक हिस्सा है. ईरान के साथ संघर्ष में न पड़ें.
ईरान के सशस्त्र बलों ने ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में इजरायल के समर्थन में किसी भी प्रत्यक्ष सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी है. सशस्त्र बलों ने कहा कि इजरायल का समर्थन करने वाले देशों द्वारा सीधे हस्तक्षेप की स्थिति में उन्हें इस्लामी गणराज्य ईरान के सशस्त्र बलों द्वारा एक शक्तिशाली हमले का सामना करना पड़ेगा.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि ईरान ने इजरायल के खिलाफ "आत्मरक्षा" की है और जब तक "इजरायली शासन आगे जवाबी कार्रवाई करने का फैसला नहीं करता, तब तक हम हमला नहीं करेंगे.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने ईरान को मिडिल ईस्ट में अस्थिरता पैदा करने वाली ताकत बताया है. कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिका इजरायल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. हैरिस ने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कह सकती हूं कि ईरान मिडिल ईस्ट में एक अस्थिर, खतरनाक ताकत है. मैं हमेशा यह सुनिश्चित करूंगी कि इजरायल के पास ईरान और ईरान समर्थित आतंकवादी मिलिशिया के खिलाफ खुद का बचाव करने की क्षमता हो.
ब्रिटेन के रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा कि ब्रिटिश सेना ने इजरायल के खिलाफ ईरान के मिसाइल हमले से उत्पन्न स्थिति को और अधिक बिगड़ने से रोकने में भूमिका निभाई है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि ब्रिटेन इसमें किस तरह शामिल था. उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा कि ब्रिटिश सेना ने आज शाम मिडिल ईस्ट में संभावित स्थिति को रोकने के प्रयासों में अपनी भूमिका निभाई है.
इजरायली सेना ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा है कि वह लेबनान के बेरूत में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रही है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने मिसाइल दागकर बहुत बड़ी गलती की है, इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. यरूशलेम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में उन्होंने कहा कि ईरान इसकी कीमत चुकाएगा. नेतन्याहू ने कहा कि शाम को इजरायल पर हमला "विफल" रहा. उन्होंने अमेरिका को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली, जो दुनिया में सबसे उन्नत है, उसकी बदौलत ईरान के हमले को विफल कर दिया गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि मेरे निर्देश पर अमेरिका की सेना ने इजरायल की रक्षा का सक्रिय रूप से समर्थन किया है और हम अभी भी इसके प्रभाव का आकलन कर रहे हैं, लेकिन अब जो हमें पता है कि ईरान का ये हमला पूरी तरह से विफल और अप्रभावी प्रतीत होता है और यह इजरायल की सैन्य क्षमता और अमेरिकी सेना का प्रमाण है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल की सुरक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के लिए उनका देश मजबूती से खड़ा है. स्टार्मर के ऑफिस के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री किएर ने मंगलवार को नेतन्याहू से बात की और दोनों नेताओं ने मिडिल ईस्ट में बिगड़ते हालात को लेकर चर्चा की. स्टार्मर ने इजरायल पर ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है.
इजरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता ने कहा कि हम इजरायल सरकार के निर्देशानुसार जहां भी, जब भी और जिस तरह से चाहें, जवाब देंगे. ईरान का हमला काफी खतरनाक है, उन्हें इसके अंजाम भुगतने होंगे.
जॉर्डन ने मंगलवार को पड़ोसी इजरायल पर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलों के हमले के बाद हवाई यातायात को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया, इस बात की जानकारी जॉर्डन की राज्य समाचार एजेंसी ने दी है.
ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इजरायल पर मिसाइल दागे जाने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई सुरक्षित स्थान पर हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिकी सेना को ईरानी मिसाइलों को तबाह करने में इजरायल की मदद करने का निर्देश दिया है. एनएससी के प्रवक्ता सीन सेवेट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम से हमले की निगरानी कर रहे हैं और लगातार ताजा अपडेट ले रहे हैं.
ईरान द्वारा इजरायल पर हमला करने के दौरान इजरायल के वेस्ट बैंक हेब्रोन पर मिसाइलों की बौछार देखी गई.
ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइलों की बौछार करने से कुछ समय पहले इजरायल में सायरन बजने लगे. इसके बाद लोगों को शेल्टर में जाने के लिए कहा गया. (फोटो: रॉयटर्स)
इजरायली रक्षा बलों ने कहा कि हमने आज शाम ईरान द्वारा इजराइल पर दागी गई 180 बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट कर दिया है.
ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इजरायल पर मिसाइल दागने का आदेश ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दिया है.
इजरायली डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने कहा कि इजराइल देश पर ईरानी मिसाइल हमले का जवाब देगा. उन्होंने कहा कि हम आक्रमण को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं, हम इजराइल के नागरिकों की रक्षा करेंगे. इस मिसाइल अटैक के परिणाम ईरान को भुगतने होंगे. हमारे पास प्लान तैयार है लेकिन हमला कब करना है इसके लिए समय और जगह हम चुनेंगे.
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने कहा कि ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर अपने हमले की पूर्व सूचना अमेरिका को नहीं दी थी. ईरानी राजदूत ने एक बयान में कहा कि हमारे जवाब से पहले अमेरिका को कोई सूचना नहीं दी गई थी, हालांकि बाद में एक गंभीर चेतावनी जारी की गई थी.