गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने भारतीय नौसेना के लिए नया जंगी जहाज INS Triput लॉन्च कर दिया है. यह तलवार क्लास फ्रिगेट (Talwar Class Frigate) का 9वां युद्दपोत है. इसे बनाने का काम 29 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था. आज यानी 23 जुलाई 2024 को इसे लॉन्च किया गया है.
अक्तूबर 2026 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. तब तक इसके कई तरह के ट्रायल्स चलेंगे. इसके बाद गोवा शिपयार्ड इसी क्लास का एक और जंगी जहाज बना रहा है. जिसका नाम अभी तय नहीं है. ये जहाज 2027 में नौसेना में शामिल होगा. आइए जानते हैं इस जंगी जहाज की ताकत...
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तलवार क्लास के सभी जंगी जहाज असल में स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट हैं. इन जंगी जहाजों का समंदर में डिस्प्लेसमेंट 3850 टन होता है. इनकी लंबाई 409.5 फीट, बीम 49.10 फीट और ड्रॉट 13.9 फीट है. ये जंगी जहाज समंदर में अधिकतम 59 km/hr की रफ्तार से चलते हैं.
अगर इनकी गति को 26 km/hrकिया जाएगा तो ये 4850 km की रेंज कवर करते हैं. अगर 56 km/hr की रफ्तार से चलाया जाए तो ये 2600 km की रेंज तक जाएगा. INS Talwar 18 अधिकारियों समेत 180 सैनिकों को लेकर 30 दिन तक समंदर में रह सकता है. उसके बाद इसमें रसद और ईंधन डलवाना पड़ता है.
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ये जंगी जहाज इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम से लैस हैं. साथ ही 4 केटी-216 डिकॉय लॉन्चर्स लगे हैं. इसके अलावा इसमें 24 Shtil-1 मीडियम रेंज की मिसाइलें तैनात हैं. 8 इगला-1ई, 8 वर्टिकल लॉन्च एंटी-शिप मिसाइल क्लब, 8 वर्टिकल लॉन्च एंटी-शिप और लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात है.
इसमें एक 100 मिलिमीटर की A-190E नेवल गन लगी है. इसके अलावा एक 76 mm की ओटो मेलारा नेवल गन लगी है. 2 AK-630 CIWS और 2 काश्तान CIWS गन लगी हैं. इन खतरनाक बंदूकों के अलावा दो 533 मिलिमीटर की टॉरपीडो ट्यूब्स हैं. एक रॉकेट लॉन्चर भी तैनात की गई है. इस जंगी जहाज पर एक कामोव-28 या एक कामोव-31 या ध्रुव हेलिकॉप्टर लैस हो सकता है.