रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अगर कोई देश जिसके पास परमाणु शक्ति नहीं है, अगर वो किसी न्यूक्लियर पावर वाले देश के सपोर्ट से रूस पर हमला करता है तो इसे रूस के खिलाफ जंग का ऐलान समझा जाएगा. अगर रूस के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल हुआ तो जवाब में परमाणु हमला भी किया जा सकता है.
पुतिन ने यह बदलाव अपने देश के न्यूक्लियर डॉक्ट्रीन में किया है. ताकि यूक्रेन का सपोर्ट कर रहे देश उसपर हमला न कर सकें. अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने हाल ही में यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत दी है. जिसके बाद पुतिन ने यह कदम उठाया है.
यह भी पढ़ें: वॉर जोन में चीन-PAK के लिए कैसे बड़ा चैलेंज साबित होगा भारत का नया सीक्रेट मिसाइल मिशन
रूस के यार्स मिसाइल परीक्षण का पुराना वीडियो
सिर्फ इतना ही नहीं. पुतिन ने जो अन्य बदलाव किए हैं, वो ये हैं...
- अगर कोई देश रूस के खिलाफ ड्रोन हमला करता है, तो इसके जवाब न्यूक्लियर डेटरेंस के तौर पर भी किया जा सकता है. रूस की सेना इस तरह के हमले का करारा जवाब देगा.
- अगर रूस की सीमा पार करके कोई हथियार हवा या अंतरिक्ष से आता है, तो इसे रूस के खिलाफ जंग माना जाएगा. रूस ऐसी स्थिति में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है.
- रूस को ऐसा लगा कि उसके देश को और लोगों को खतरा है तो वह न्यूक्लियर मिसाइल और मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी तैनात कर सकता है. ताकि दुश्मन के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.
- अंतरिक्ष से हमले की स्थिति में रूस अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम को एक्टीवेट करेगा. साथ ही स्पेस में भी हमला किया जा सकता है. इस तरह के हमले में न्यूक्लियर डेटरेंस का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: दुनिया की 10 Hypersonic मिसाइलों में भारत का नया 'महाहथियार' शामिल, सबसे ताकतवर मिसाइल चीन के पास
रूस ने ऐसा क्यों किया?
पुतिन को लगता है कि रूस के खिलाफ गैर-परमाणु संपन्न देश में अगर न्यूक्लियर पावर वाले देश हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, तो यह रूस के खिलाफ मिलिट्री डेंजर है. ऐसे खतरों से बचने के लिए न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. रूस की न्यूक्लियर डेटरेंट फोर्स में जमीनी, समुद्री और हवाई सेना शामिल है.
यानी दुश्मन पर रूस इन तीनों जगहों से हमला करेगा. रूस पूरा प्रयास कर रहा है कि किसी भी तरह की जंग और न हो. खासतौर से परमाणु युद्ध न हो. इसलिए रूस ने दुनियाभर को चेतावनी दी है कि अगर किसी ने रूस के खिलाफ बैलिस्टिक मिसाइल दागी तो रूस इसके खिलाफ न्यूक्लियर हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है.
❗️PUTIN'S DECREE "ON THE APPROVAL OF THE FOUNDATIONS OF THE STATE POLICY OF RUSSIA IN THE FIELD OF NUCLEAR DETERRENCE" SAYS THAT:
— Sputnik (@SputnikInt) November 19, 2024
🔺Nuclear deterrence can be triggered if the enemy has attack drones threatening Russia
🔺Data on massive takeoff of air and space attack weapons… pic.twitter.com/op1lkpK0tG