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यूक्रेन को मिली अमेरिकी ATACMS या रूस की इस्कंदर मिसाइल... कौन है ज्यादा खतरनाक?

यूक्रेन को अमेरिका से मिली ATACMS और रूसी Iskander मिसाइल में कौन ज्यादा ताकतवर है? क्योंकि दोनों का इस्तेमाल रूस-यूक्रेन जंग में भरपूर हो रहा है. दोनों ही लंबी दूरी पर सटीक मार करने के लिए बनाई गई हैं. रूस को फायदा इतना है कि वह अपनी मिसाइल खुद बना रहा है. यूक्रेन अमेरिका से खरीद रहा है.

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बाएं से... यूक्रेन को मिली अमेरिकी ATACMS मिसाइल और रूस की इस्कंदर-एम मिसाइल.
बाएं से... यूक्रेन को मिली अमेरिकी ATACMS मिसाइल और रूस की इस्कंदर-एम मिसाइल.

यूक्रेन को अमेरिका ATACMS मिसाइल दे रहा है ताकि वह रूस के अंदर हमला कर सके. यूक्रेन ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भी किया है. जिसके बाद रूस ने अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल से यूक्रेनी शहर द्निप्रो पर मिलिट्री इंड्स्ट्री पर हमला किया था. रूस लगातार अपनी खतरनाक मिसाइल इस्कंदर का इस्तेमाल कर रहा है. 

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आइए जानते हैं दोनों में कौन ज्यादा ताकतवर है...  

क्या है ATACMS? 

ATACMS का मतलब है आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम. इसका कोड नेम है MGM-140. यह एक सुपरसोनिक टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल है. 13 फीट लंबी यह मिसाइल सॉलिड प्रोपेलेंट पर उड़ान भरती है. 24 इंच व्यास वाली इस मिसाइल की रेंज 300 km है. यानी यूक्रेन अगर अपनी सीमा से इसे दागता है तो रूस के कई महत्वपूर्ण शहरों को निशाना बना सकता है. इस मिसाइल को दो तरह के लॉन्च प्लेटफॉर्म से दागा जा सकता है.

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Ukraine ATACMS, Russia, Iskander Missile
अमेरिका से यूक्रेन को मिली ATACMS मिसाइल. 

इसे M270 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) या फिर M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) से भी दागा जा सकता है. इस मिसाइल का इस्तेमाल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, रोमानिया, ग्रीस, तुर्की, पोलैंड, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात कर रहे हैं. 

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रूस और यूक्रेन के जंग से पहले खाड़ी युद्ध और ईराक युद्ध में इसका इस्तेमाल किया गया है. यूक्रेन के पास MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) की कई बैटरियां हैं. 

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ATACMS के सामान्य लॉन्चर में छह मिसाइलें होती हैं. इसके 11 तरह के वैरिएंट बनाए गए हैं. जिनका इस्तेमाल जमीनी और समुद्री जंग के लिए किया जाता है. 1670 kg वजनी यह मिसाइल अधिकतम 50 km की ऊंचाई तक जा सकती है. यह 3704 km/hr की रफ्तार से टारगेट की ओर बढ़ती है. इसमे हीट फ्रैंगमेंटेशन और पेनेट्रेशन वॉरहेड लगाया जाता है. 

क्या इस्कंदर बनेगा जंग का सिकंदर?

कम दूरी इस मिसाइल का पूरा नाम 9K720 इस्कंदर है. इसकी रेंज 500 km है. रूस ने 2020 में पुरानी OTR-21 Tochka मिसाइल को हटाने के लिए इस मिसाइल को दुनिया के सामने पेश किया था. अभी इस मिसाइल का इस्तेमाल रूस के अलावा, आर्मेनिया, अल्जीरिया, बेलारूस भी कर रहे हैं.

यहां नीचे देखिए इस्कंदर मिसाइल का वीडियो

3800 kg वजन, 6 तरह के हथियार लगा सकते हैं

सिंगल स्टेज की इस मिसाइल का वजन 3800 किलोग्राम है. 24 फीट लंबी मिसाइल का व्यास 3 फीट है. इसमें 480 से 700 किलोग्राम वजन का वॉरहेड यानी हथियार लगाया जा सकता है. इसमें छह तरह के हथियार लगा सकते हैं. 

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इसमें 6 प्रकार के हथियार लगते हैं- थर्मोन्यूक्लियर वेपन यानी परमाणु हथियार, हाई-एक्सप्लोसिव फ्रैगमेंटेशन यानी भयानक विस्फोट वाला हथियार, सबम्यूनिशन यानी छोटे-छोटे कई धमाके करने वाला हथियार, पेनेट्रेशन यानी किसी बंकर या इमारत को पूरी तरह गिराने वाला, फ्यूल-एयर एक्सप्लोसिव या ईएमपी. 

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रेंज 500 km लेकिन स्पीड एक सेकेंड में 2 km

इस्कंदर मिसाइल की रेंज 400 से 500 किलोमीटर है. यह मिसाइल एक सेकेंड में 2 किलोमीटर की दूरी तय करती है. यानी 7285.32 km/hr की स्पीड से दुश्मन पर हमला. टारगेट को बचने का कोई चांस नहीं मिलता. 

Ukraine ATACMS, Russia, Iskander Missile

यह कई तरह के नेविगेशन सिस्टम पर काम कर सकता है. जैसे इनर्शियल गाइडेंस, ऑप्टिकल डीएसमैक, टेरकॉम, जीपीएस, ग्लोनास. इसकी एक्यूरेसी रेट 1 से 30 मीटर है. यानी टारगेट से इतनी दूर भी मिसाइल गिरे तो तबाही पूरी और खतरनाक होगी. 

तीन वैरिएंट्स हैं इस मिसाइल के रूस के पास

इसके तीन वैरिएंट्स हैं. इस्कंदर-एम जिसका इस्तेमाल रूसी सेना कर रही है. यह बैलिस्टिक मिसाइल हैं. इस्कंदर-के एक क्रूज मिसाइल है. और इस्कंदर-ई यानी नए तरह की परमाणु मिसाइल, आसमान में 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है. 

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