जैसलमेर के पास पोखरण रेंज में भारतीय वायुसेना ने वायुशक्ति 2024 युद्धाभ्यास किया. दो घंटे की छोटी सी अवधि में दो वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में करीब 50 टन हथियार, बम, मिसाइलें गिराए गए. इस दौरान भारतीय वायुसेना ने अपनी आक्रामक मारक क्षमता और सटीक टारगेट किलिंग क्षमता का प्रदर्शन किया.
पूरा पोखरण रेंज धमाकों और तालियों से गूंज रहा था. कार्यक्रम की शुरुआत तीन चेतक हेलीकॉप्टरों के साथ राष्ट्रीय ध्वज और वायु सेना के ध्वज के फहराने के साथ हुई. इसके बाद राफेल विमान ने 'सोनिक बूम' सुनाया. निचले स्तर पर उड़ान भर रहे दो जगुआर विमानों ने राफेल का पीछा किया. और इलाके की तस्वीरें लीं.
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इस बार की थीम थी 'Lightning Strike from the Sky'. इस पूरे युद्धाभ्यास में वायुसेना के 120 से अधिक विमानों ने भाग लिया. रात में भी अपनी आक्रामक क्षमता का प्रदर्शन किया. राफेल, Su-30 MKI, मिग-29, मिराज-2000, तेजस और हॉक सहित भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने सटीक निशाना लगाकर जमीन और हवा में दुश्मन के नकली ठिकानों पर हमला किया.
बमों से जमीन पर टारगेट ध्वस्त किए गए
ये हमले कई तरीकों और दिशाओं में किए गए, जिसमें विभिन्न प्रकार के सटीक निर्देशित युद्ध सामग्री के साथ-साथ पारंपरिक बम और रॉकेट का उपयोग किया गया. तेजस फाइटर जेट ने अपनी स्विंग-रोल क्षमता का प्रदर्शन किया. भारतीय वायु सेना ने एक लंबी दूरी के मानवरहित ड्रोन का भी प्रदर्शन किया, जिसने सटीक निशाना लगाने के साथ एक नकली दुश्मन रडार साइट को नष्ट कर दिया.
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आसमान में मिसाइलों ने नष्ट किए दुश्मन लक्ष्य
भारतीय वायु सेना के राफेल लड़ाकू विमान ने दृश्य सीमा से परे (Beyond Visural Range - BVR) हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल से एक हवाई टारगेट को भेद दिया. परिवहन विमान द्वारा लड़ाकू सहायता अभियानों में सी-17 हैवी-लिफ्ट विमान द्वारा कंटेनरीकृत डिलीवरी सिस्टम ड्रॉप और भारतीय वायु सेना के विशेष बल, गरुड़ ले जाने वाले सी-130जे द्वारा आक्रमण लैंडिंग शामिल थी.
पहली बार अपाचे हेलिकॉप्टर ने भी दिखाई ताकत
अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर ने पहली बार हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ टारगेट पर हमला किया. जबकि MI -17 हेलीकॉप्टरों ने रॉकेट के साथ जमीनी लक्ष्यों पर हमला किया. उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर MK-IV के हथियारयुक्त संस्करण शामिल थे, जिन्होंने अपने रॉकेट और बंदूकों से नकली दुश्मन के लक्ष्यों को नष्ट कर दिया.
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तोप को लेकर उड़ा हेलिकॉप्टर, छोड़े फ्लेयर्स
पहली बार, भारतीय वायुसेना के एक और हेलीकॉप्टरों में शामिल चिनूक हेलीकॉप्टरों ने भारतीय सेना के M-777 अल्ट्रा-लाइट हॉवित्जर तोपों को अंडरस्लंग मोड में एयरलिफ्ट करके दिखाया. जैसे ही सूरज ढला MI-17 हेलीकॉप्टरों द्वारा शामिल गरुड़ ने आतंकवाद रोधी/उग्रवाद रोधी अभियानों में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया.
आकाश-समर मिसाइलों का प्रदर्शन भी हुआ
कई हवाई लक्ष्यों को नष्ट करने वाली स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली (Air Defence System), आकाश और समर मिसाइल प्रणालियों का भी प्रदर्शन किया गया. रात में पहली बार स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर 'प्रचंड' की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया, जिसमें उसने निर्धारित लक्ष्य को रॉकेट से मार गिराया.
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सुखोई ने की भारी बम बारी
इसके बाद जगुआर और Su-30 MKI ने रात में भारी क्षमता वाले और क्षेत्रीय हथियार गिराए, जिससे हल्के लड़ाकू विमान (LCA) की रणनीतिक बमबारी क्षमता का प्रदर्शन हुआ. इस कार्यक्रम में आकाशगंगा टीम द्वारा फ्री फॉल ड्रॉप और रात में सी-130जे द्वारा फ्लेयर डिस्पेंसिंग भी शामिल थी.