scorecardresearch
 

क्या है ATACMS मिसाइल... जिसके हमले से नाराज हो गया रूस, दे डाली परमाणु जंग की धमकी

रूस ने कहा कि यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से हासिल ATACMS मिसाइल से उसके इलाके में हमला किया. छह में से पांच मिसाइलों को रूसी एयर डिफेंस ने नष्ट कर दिया. एक इंडस्ट्रियल इलाके में गिरा. जिसका जवाब बेहद करारा मिलेगा. रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने तो तीसरे विश्व युद्ध के शुरूआत की धमकी तक दे डाली है. जानिए इस मिसाइल की ताकत...

Advertisement
X
ये है ATACMS मिसाइल की फाइल फोटो, जिसकी मदद से यूक्रेन ने रूस को डरा दिया है. (फोटोः गेटी)
ये है ATACMS मिसाइल की फाइल फोटो, जिसकी मदद से यूक्रेन ने रूस को डरा दिया है. (फोटोः गेटी)

रूस ने पहली बार ये माना है कि यूक्रेन ने उसके ऊपर छह ATACMS मिसाइलों से हमला किया. जिसमें से पांच को रूसी एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया. लेकिन एक किसी इंडस्ट्रियल इलाके में गिरी. लेकिन ये ATACMS है क्या चीज? जिसकी वजह से रूस इतना नाराज हुआ बैठा है कि उसने परमाणु युद्ध शुरू करने और तीसरे विश्व युद्ध के शुरूआत तक की धमकी दे डाली. 

Advertisement

ATACMS का पूरा नाम है MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम. यह एक सुपरसोनिक टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल है. जिसे अमेरिका बनाता है. 13 फीट लंबी यह मिसाइल सॉलिड प्रोपेलेंट पर उड़ान भरती है. 24 इंच व्यास वाली इस मिसाइल की रेंज 300 km है. इस मिसाइल को दो तरह के लॉन्च प्लेटफॉर्म से दागा जा सकता है.

यह भी पढ़ें: पुतिन ने बदले परमाणु हमले के नियम... कहा- बैलिस्टिक मिसाइल दागी तो होगा न्यूक्लियर हमला

ATACMS Missile, Russia, Nuclear War, World War 3

10 देश करते हैं इस्तेमाल

इसे M270 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) या फिर M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) से भी दागा जा सकता है. इस मिसाइल का इस्तेमाल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, मोरक्को, रोमानिया, ग्रीस, तुर्की, पोलैंड, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात कर रहे हैं. 

11 तरह के वैरिएंट मौजूद

रूस और यूक्रेन के जंग से पहले खाड़ी युद्ध और ईराक युद्ध में इसका इस्तेमाल किया गया है. यूक्रेन के पास MGM-140 आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) की कई बैटरियां हैं. ATACMS के सामान्य लॉन्चर में छह मिसाइलें होती हैं. इसके 11 तरह के वैरिएंट बनाए गए हैं. जिनका इस्तेमाल जमीनी और समुद्री जंग के लिए किया जाता है. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: DF-100 Missile: भारत के मिसाइल टेस्ट के साथ ही चीन ने बढ़ाई अपनी खतरनाक मिसाइल की रेंज, अमेरिका-जापान के सैन्य अड्डे तक पहुंच

1670 kg वजनी यह मिसाइल अधिकतम 50 km की ऊंचाई तक जा सकती है. यह 3704 km/hr की रफ्तार से टारगेट की ओर बढ़ती है. इसमे हीट फ्रैंगमेंटेशन और पेनेट्रेशन वॉरहेड लगाया जाता है. 

Live TV

Advertisement
Advertisement