यमुना एक्सप्रेस-वे के इंटरनल ऑडिट में फंड डायवर्जन के दोषी पाए गए दो बिल्डरों पर यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एफआईआर दर्ज कराई है. अथॉरिटी ने ग्रीन-वे इन्फ्रास्ट्रक्चर और एसडीएस इन्फ्राकॉन पर केस दर्ज कराया है. ग्रीन-वे इंफ्रास्ट्रक्चर ने ओरिस के नाम से प्रोजेक्ट लॉन्च किया था. एफआईआर के मुताबिक दोनों बिल्डरों पर गलत तरीके से पैसा इधर से उधर करने का आरोप है.