दिल्ली में एक नौजवान का नाम उसके लिए जी का जंजाल बन गया. बवाना इलाके में एक दलित शख्स ने सवर्णों के अत्याचार से तंग आकर खुदकुशी कर ली. उसकी खता बस इतनी थी कि उसके पिता का नाम एक सवर्ण के नाम से मिलता था.उसे राह चलते बेइज्जत किया जाता था. सरेआम पिटाई की जाती थी. उस पर नाम बदलने का दबाव देते थे. पुलिस से भी शिकायत की लेकिन कोई मदद नहीं की. खुदकुशी करने से पहले उसने मोबाइल पर आपबीती रिकॉर्ड की जिसने सबको हिलाकर रख दिया.