चीन भले अपनी आर्मी के कसीदे पढ़े ना पढ़े मगर वहां की मीडिया दुनिया के सामने अपनी सेना को ऐसे पेश करती है जैसे वो अजेय है. हालांकि हकीकत में ऐसा कतई नहीं है. कागज़ पर ड्रैगन सेना भले बड़ी हो मगर ग्राउंड रियलिटी यानी सच्चाई कुछ और है. क्वांटिटी में भले चीन हमसे 20 हो मगर क्वालिटी में वो हमारे आगे 19 साबित होता है. भारत चीन एलएसी यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर टेंशन अपने पूरे चरम पर है. हालात ऐसे बन रहे हैं जिससे लग रहा है कि कहीं भारत और चीन के बीच 58 साल बाद एक बार फिर जंग ना हो जाए. हालांकि जानकारों के मुताबिक ऐसे इम्कान कम ही हैं और बीच का कोई रास्ता निकल ही आएगा. लेकिन हम आज आपको बताएंगे कि अहर भारत-चीन में जंग के हालात बने तो क्या होगा.