कहते हैं कोई चोर तब तक चोर नहीं होता, जब तक कि वो पकड़ा ना जाए. ये कहानी कुछ ऐसी ही है. इस बार जाल में फंसनेवाला कोई चोर नहीं बल्कि चोरों को पकड़नेवाला एक ऐसा दरोग़ा है, जो किसी फ़रियादी की मदद करने के लिए ना सिर्फ़ उससे रिश्वत वसूल रहा था, बल्कि ऐसा करते हुए रंगे हाथ कैमरे में क़ैद भी हो गया. लेकिन हद तो ये हो गई कि जनाब रिश्वत के पैसे ऊपर तक पहुंचाने की बात कहते हुए भी कैमरे में क़ैद हो गए.