अपनी दोस्त शैलजा द्विवेदी का क़त्ल करने के फ़ौरन बाद मेजर निखिल राय हांडा ने अपनी एक गर्लफ्रेंड को फ़ोन कर अपना गुनाह कबूल लिया था. दोनों के बीच की कॉल डिटेल और उस गर्लफ्रेंड का बयान अब मेजर निखिल राय हांडा के लिए ताबूत में आख़िरी कील साबित होने जा रहा है. दिल्ली पुलिस की मानें तो उसने मेजर के खिलाफ़ इन चार दिनों में ऐसे-ऐसे सुबूत जुटाए हैं कि उसका ताउम्र सलाखों से बाहर निकल पाना मुमकिन नहीं है. इन सबूतों में वो आला-ए-क़त्ल यानी चाकू भी शामिल है, जिससे उसने शैलजा का गला काटा था.