30 जून की सुबह से लेकर 1 जुलाई की सुबह तक कैसे गुज़रा राठी परिवार का वक़्त? दिन भर उन्होंने क्या-क्या किया, किससे मिले, कहां गए और सबसे अहम ये कि रात को घर लौटने के बाद पूरे परिवार ने सामूहिक मौत से पहले क्या और कैसा अनुष्ठान किया? ये कहानी देखने के बाद आपको अपने हर सवाल का जवाब मिल जाएगा.