दिल्ली के एक रिहायशी इलाके में सुबह-सुबह एक लाश मिलती है. सात टुकड़ों में बंटी और कार्टुन बॉक्स और बैग में पैक एक लाश. टुकड़ों से साफ होता है कि ये लाश किसी लड़की की है. लेकिन शुरुआती छानबीन में ना तो मरनेवाली की पहचान पता चलती है और ना ही क़ातिलों का कोई सुराग़ ही मिलता है. लेकिन फिर अचानक कार्टुन पर लिखे कुछ हर्फ़ पुलिस को पहला सुराग़ दे जाते हैं. ये दरअसल एक कूरियर कंपनी का पता है. तो क्या महज़ इस पते के ज़रिए पुलिस क़ातिल तक पहुंच पाएगी? आइए देखते हैं.