जब ये तय हो गया कि मौत के अलावा कोई चारा नहीं है तो फैक्ट्री में फंसे एक मजदूर ने अपने भाई को आखिरी फोन किया. वो अपने भाई से उसके परिवार का ख्याल रखने का वायदा ले रहा तो उसका भाई फैक्ट्री में फंसे अपने भाई की डूबती हुई आखिरी सांसों की हर आवाज सुन रहा था. कैसी बेबसी उस वक्त दिलोदिमाग पर छाई हुई होगी कि वो अपने मरते हुए भाई को मरता हुआ सुन सकता है लेकिन कुछ कर नहीं सकता. देखिए पीसीआर.