दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में अपराध की वारदातों से जुड़े साल 2016 के आंकड़े जारी किए हैं जिनसे पता चलता है कि आखिर क्यों दिल्ली को क्राइम कैपिटल कहा जाता है. इन आंकड़ों की माने तो दिल्ली में हर दो घंटे में एक महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला सामना आता है. यहीं नहीं महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए बने कड़े कानूनों के बावजूद हर 4 घंटे में दिल्ली के अंदर महिला से रेप की घटना होती है.दिल्ली पुलिस अपराध पर लगाम लहाने में नाकाम नजर आती है. दिल्ली के अंदर औसतन बीस घंटे में एक कत्ल, बारह मिनट में वाहन चोरी और हर 9 मिनट में मदद के के लिए कॉल की जाती है.