सात साल का लंबा इंतजार और फिर निर्भया के दोषियों को फांसी से बचाने की आखिरी जद्दोजहद. गुरुवार रात हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हलचल मची रही. निर्भया केस के दोषियों के वकील एपी सिंह उनको बचाने की जुगत में लगे थे तो दूसरी ओर तिहाड़ में निर्भया के गुनहगार अपनी सेल में बेचैन घूम रहे थे. इस बात की उम्मीद लगाए कि तीन-तीन ब्लैक वारंट खारिज होने के बाद चौथा ब्लैक वारंट भी खारिज हो जाए. लेकिन हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. तय वक्त पर सुबह साढ़े पांच बजे चारों दोषियों को फांसी पर लटका दियाा गया. पीसीआर में आपको आज दिखाएंगे फांसी वाली रात की पूरी कहानी लेकिन पहले नजर डाल लेते हैं अब तक की हैडलांइस पर.