पिछले साल जुलाई में फ्रांस के शहर नीस में आतंकियों ने बेगुनाहों का खून बहाने के लिए बिल्कुल नए हथियार का इस्तेमाल किया था. आतंकियों ने भीड़ भरी सड़क पर तेज रफ्तार ट्रक को दौड़ाया और अस्सी से ज्यादा मासूमों की जान ले ली. भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में भी ऐसे ही हमले की आशंका जताई है, लिहाजा राजधानी के बार्डरों पर सुरक्षा पुख्ता की जा रही है.राजपथ पर होने वाली परेड से पहले राजपथ और उसके आसपास के कई इलाकों को सील कर दिया गया है और केवल सुरक्षा से जुड़े लोगों को काफी पूछताछ के बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों के आतंकी अलर्ट के चलते दिल्ली पुलिस सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतना चाहती, क्योंकि 26 जनवरी की परेड का सबसे अहम हिस्सा राजपथ है इस वजह से राजपथ और उसके आसपास के इलाके में पुलिस ने अभी से सुरक्षा कड़ी कर दी है.