निर्भया के चार गुनहगारों में से एक मुकेश ने फांसी से बचने के लिए जो भी क़ानूनी विकल्प थे, उन्हें आज़मा लिया लेकिन उसे हर जगह से निराशा ही हाथ लगी यानी अब उसकी फांसी को कोई नहीं टाल सकता. लेकिन अभी इस मामले के बाकी तीन गुनहगारों के पास कई क़ानूनी रास्ते बचे हैं, तो क्या पहली फ़रवरी को अकेले मुकेश को फांसी दी जाएगी? बाकी को नहीं? देखें पीसीआर.