आपको याद होगा कि जब दिल्ली 2015 की पहली सुबह जागी तो दिल्ली के बाहर बसे एक गांव के पास एक जली हुई कार मिली थी. वो एक गैंगवार का नतीजा थी. ये एक अजीब इत्तेफाक है कि जब साल विदाई लेने की तैयारी कर रहा है तो दिल्ली के उसी इलाके में गैंगवार के बादल मंडराते दिखाई पड़ रहे हैं.