जिस सूबे में महज ग्यारह महीनों में बारह सौ से ज़्यादा एनकाउंटर हो चुके हैं और 40 गुनहगार हलाक़, वहां बदमाशों का पुलिस से खौफ़ खाना लाज़िमी है. गाजियाबाद और नोएडा में अपराधियों के साथ जो हुआ, वही यूपी के तमाम अपधारियों के साथ हो रहा है.