भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से पनपी एक पार्टी के मुखिया के तौर पर केजरीवाल अपनी जिम्मेदारियां बखूबी जानते हैं. केजरीवाल ने अलग तरह की राजनीति का दावा करके अपनी साफ सुथरी छवि मजबूत की और इससे पार्टी की वो छवि बनी जिसके कारण अरविंद केजरीवाल प्रचार के दौरान खुद को दिल्ली वालों का बेटा कह सके. केजरीवाल ने खुद को आम आदमी बताते हुए जनता से जुड़ने की कोशिश की. वो खुद को हमेशा दूसरे नेताओं से अलग दिखाते थे और उनकी ये छवि जनता के दिलो दिमाग में घर कर गई. जनता को ये लगने लगा कि केजरीवाल जनता की जरूरतों को समझेंगे और उसे पूरा भी करेंगे. देखिए पोस्टमॉर्टम में पूरी रिपोर्ट.