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पोस्‍टमॉर्टम: जिनके हाथ में कानून का डंडा है, वे इतने मजबूर कैसे हो गए?

पोस्‍टमॉर्टम: जिनके हाथ में कानून का डंडा है, वे इतने मजबूर कैसे हो गए?

आखिरकार 10 घंटे बाद दिल्ली पुलिसकर्मियों का धरना प्रदर्शन ख़त्म हो गया, लेकिन दिल्ली पुलिस के इतिहास में शायद ही ऐसी तस्वीरें हमने और आपने इससे पहले कभी देखी होगी. जब दिल्ली के एक साथ हज़ारों मुहाफिज खुद अपनी सुरक्षा और इंसाफ के लिए बुंलद आवाज के साथ दिल्ली पुलिस मुख्यालय की दहलीज पर खड़े हों. जी हां ये बात सुनने में भले ही अजीब लगे कि जिनके हाथ में कानून का डंडा है आखिर वो इतने मजबूर कैसे हो गए?

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