आज कल देश के एजेंडे पर है भ्रष्टाचार. हर कोई इस पर कर रहा है तीखे हमले. और जो भ्रष्ट हैं अगर उन्हें ये पता लग जाए कि जांच होने वाली है. एक खुफिया अधिकारी भेष बदलकर आया है और इसी कन्फ्यूजन का फायदा अगर एक बहरुपिया उठा ले जाए. तो होगा न कॉमेडी ऑफ एरर. इसी थीम पर आधारित था आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज नाट्य समिति 'रंगायन' की प्रस्तुति नाटक 'जांच पड़ताल'. इस नाटक का मंचन 27 फरवरी 2013 को दिल्ली के एलटीजी सभागार में किया गया.
संजय सहाय द्वारा रचित यह नाटक महान रूसी लेखक निकोलई वैसिलीविच गोगोल द्वारा 1836 में लिखी गई 'द गवर्नमेंट इंस्पेक्टर' का हिंदी रुपांतरण है. यूं तो इस नाटक का मंचन पहले भी कई बार हो चुका है पर युवा निर्देशक दानिश इकबाल के निर्देशन में कॉलेज के उभरते कलाकरों ने गुरुवार शाम को समां बांध दिया. प्रतिभा एवं अदम्य उत्साह से लबरेज इन युवा कलाकारों ने अपने अभिनय के दम पर इस नाटक की प्रासंगिकता को स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. गोगोल ने 19वीं शताब्दी में इस नाटक के जरिए भ्रष्टाचार के जिन निर्मम पहुलओं पर व्यंग्य किया था वो आज के परिवेश से मेल खाते हैं.
इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे जाने-माने रंगकर्मी और पूर्व आईएस अधिकारी डी पी सिन्हा. इस मौके पर 'द हिंदू' के नाट्य समीक्षक दीवान सिंह बझेली और रवींद्र त्रिपाठी भी मौजूद थे.
नाटक के मंचन के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानतोश कुमार झा ने कहा, 'आज खुशी होती है कि मैं भी इस संस्था के संस्थापक सदस्यों में से हूं. 10 साल पहले हमने कभी नहीं सोचा था कि रंगायन इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचेगा. वर्कशॉप के दौरान बच्चों का उत्साह हम शिक्षकों के दिल में बच्चा बनने की ख्वाहिश पैदा करता है. हमारी सालाना प्रस्तुति किसी त्योहार के कम नहीं. वर्कशॉप का मकसद इसमें हिस्सा लेने वाले छात्रों को हर दिन कुछ नया सीखना होता है पर इस दौरान हम शिक्षक भी बहुत कुछ सीखते हैं.'
रंगायन की इस प्रस्तुति में नाट्य समिति की संयोजिका डॉ. अनामिका प्रसाद का भी अहम योगदान रहा. 30 दिनों के कठिन परिश्रम के बाद नाटक के मंचन पर अनामिका प्रसाद ने कहा, 'बच्चों का अभिनय देखकर दिल को ठंडक पहुंचीं. एक डर सा रहता है दिल में. पर मेहनत का जब मीठा फल मिलता है तो हम जाने-अनजाने में उन मुश्किलों को भूल जाते हैं जिनका सामना हमने पिछले तीस दिनों में किया.'
इस साल रंगायन अपनी10वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस मौके पर कॉलेज एक थिएटर फेस्टिवल का आयोजन करेगा. इसकी घोषणा खुद प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानतोश कुमार झा ने की.