लोकायुक्त की जांच से सोमवार को पता चला है कि शीला दीक्षित ने चुनावी फायदे के लिए दिल्ली की जनता को गुमराह किया. साल 2008 के विधानसभा चुनावों से पहले जनता से वादा किया गया था कि गरीब लोगों को राजीव रत्न आवास योजना के तहत किफायती रेट पर घर मुहैया कराए जाएंगे.