रैगिंग के पुराने इतिहास को देखते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही इस पर रोक लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. 21 जुलाई से सत्र शुरू हो रहा है. फैसला किया गया है कि रैगिंग में शामिल छात्रों को न कोई मौका दिया जाएगा और न ही उसकी कोई सुनवाई होगी.