जिस जगह अब मलबा है वहां तीन मंजिला इमारत थी. लालच के मारे लोगों ने कमजोर और जर्जर इमारत पर तीसरी मंजिल बनाने की कोशिश की. लेंटर डाला गया लेकिन इमारत वजन नहीं सह पाई और ताश के पत्तों की तरह ढह गई. कई मजदूर मलबे में दब गए जिनमें दो की मौत हो गई.