निर्भया के साथ दरिंदगी पर देश में उबाल था. तब बड़ी-बड़ी बातें हुईं, लगा सब बदल जाएगा. लेकिन न तो हालात बदलें और न ही देश. वह भी एक लड़की है. उसकी भी इच्छाएं हैं, लेकिन बीते तीन साल से वह सहमी हुई है. वह घर से बाहर नहीं निकलती. क्या उसकी डर का कोई स्थाई ईलाज है देश के पास...
A girl and her fear from last 3 years