क्या दिल्ली में सीलिंग का सितम कारोबारी सिर्फ एमसीडी की वजह से झेल रहे हैं और क्या कंवर्जन चार्ज के तौर पर वसूली गई रकम को अगर सही जगह इस्तेमाल किया जाता तो सीलिंग रुक जाती. आज हम इन्हीं तमाम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बताएंगे आपको कि क्या बाजारों के विकास के इस्तेमाल में किया जाने वाला पैसा वाकई एमसीडी कर्मचारियों में बांटा गया है. या फिर सैलरी की आड़ में कुछ छिपाया जा रहा है.