आरुषि-हेमराज हत्याकांड में तलवार दंपति पर शक एक बार फिर से गहरा गया है. सीबीआई ने फौरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर, गुजरात के निदेशक डॉक्टर मोहेन्द्र सिंह दहिया को विशेष अदालत में बतौर गवाह पेश किया. डॉक्टर सिंह ने अपने बयान में बताया कि आरुषि और हेमराज की हत्या में दो तरह के औजार इस्तेमाल किए गए थे. दोनों के सिर पर लगी चोट गोल्फ स्टिक की थी और गले पर कट का घाव सर्जिकल चाकू का. दोनों पर आरूषि के बेड पर हमला किया गया था. उनके मरने के बाद या उससे कुछ समय पहले ही गले काटे गए थे. उन्होंने यह भी कहा कि इस हत्याकांड में कोई भी बाहरी व्यक्ति शामिल नहीं था.