जैसे-जैसे अंग्रेजों ने दिल्ली में देश की नई राजधानी को बसाना शुरू किया वैसे-वैसे शाहजहां का बसाया शाहजहानाबाद गुम होता गया. आज दिल्ली की बढ़ती आबादी सरकार के लिए सिरदर्द है लेकिन उस दौर में भी अंग्रेजों को दिल्ली से भीड़ छांटना जरूरी लगा और उन्होंने इसका बखूबी इंतजाम भी किया.