बीते रविवार जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलीला मैदान से ये कहा कि सीएए(CAA) से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी, एनआरसी(NRC) पर अभी कोई काम नहीं हुआ है. तो लगा कि इन दोनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन थम जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि अब आधी आबादी ये आवाज़ उठा रही है कि पीएम मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह के बयानों और बातों में फर्क क्यों है. देखें क्या कहती है आम जनता.