चीन को पिछले साल दिसंबर के आखिर तक इस बात का अंदाज़ा लग गया था कि उसके शहर वुहान में एक जानलेवा बिमारी ने दस्तक दे दी है. उसे पता चल गया था कि वुहान की सी फूड मार्केट से जो लोग बीमार होकर आ रहे हैं. उन्हें फ्लू ने नहीं बल्कि कोरोना वायरस ने घेर लिया है. मगर फिर भी चीन ने ये बात पूरी दुनिया से छुपाई. कोरोना वायरस का सच अगर चीन ने तीन हफ्ते पहले बता दिया होता तो 95 फीसदी दुनिया इससे बच सकती थी. बीते तीन महीनों में चीन के लाखों सिम कार्ड अचानक डीएक्टिवेट हो गए. ऐसे में ये शक़ जताया जा रहा है कि ये कोरोना से मारे गए लोगों के सिम कार्ड थे. इस वीडियो में देखें आखिर चीन ने शुरुआत में इस वायरस को छुपाने की कोशिश क्यों की?