दिल्ली का ट्रैफिक जाम अब सिर्फ वक्त और सेहत पर ही नहीं बल्कि जेब पर भी भारी पड़ रहा है. सीएसई यानी सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि नौकरीपेशा लोग 30 साल की नौकरी में 6 साल का वक्त सिर्फ ट्रैफिक जाम में बिता देते हैं. यही नहीं ट्रैफिक जाम से 90 हजार करोड़ रुपये भी बर्बाद होने जा रहे हैं.