दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों में आए दिन हो रहे आत्महत्या के मामलों ने दिल्ली मेट्रों के अधिकारियों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है. आखिर इसका क्या है समाधान? क्या दिल्ली मेट्रो के स्टेशन सुसाइड प्वाइंट बन गए हैं?