दिल्ली में हुई हिंसा में बेशक मौत का आंकड़ा 40 पार कर चुका हो लेकिन इसी आंकड़े के बीच ऐसी खबर भी आती है जो दिखाती है कि दंगों के बीच इंसानियत भी जिंदा है. कुछ ऐसे लोग थे जिन्होंने मजहब की दावीरों को तोड़कर कहीं पड़ोसी होने का तो कहीं दोस्त होने का फर्ज निभाया. देखें दिल्ली के हीरोज पर ये खास रिपोर्ट.