महिलाओं को इस शहर में सुरक्षित रहना है तो उन्हें खुद भी पहल करनी होगी. खुद लड़ना सीखना होगा. इसी मकसद से विश्व महिला दिवस पर कामकाजी महिलाओं को खास ट्रेनिंग दी गई.