कायदे से स्कूल की छत पर किसी भी तरह का मोबाइल टावर नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन राजधानी के द्वारका स्थिति एक स्कूल ने कानून की परवाह न करते हुए टावर लगाया है.