किराए पर कोख देकर दूसरे लोगों की जिंदगी में खुशियां भरने वाली महिलाएं खुद शोषण का शिकार हो रही हैं. एनजीओ सेंटर फार सोशल रिसर्च की ओर से कराए गए एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि ज्यादातर महिलाएं अपनी मर्जी से सरोगेट मदर नहीं बनना चाहती, लेकिन पति का दबाव उन्हें अपनी कोख किराए पर देने के लिए मजबूर करता है.